प्रश्न 27. द्रौपदी भगवान कृष्ण के प्रति बहुत समर्पित थीं। फिर उनका जीवन बाधाओं से भरा क्यों था? | गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर

 


गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर:

 जब आप बाधाओं का सामना करते हैं तभी चमत्कार कोसको समझ पाते है और उसका स्वागत कर पाते हैं।  आप रामायण या महाभारत पढ़कर समझ सकते हैं कि आप इससे अपने जीवन में क्या कर सकते हैं और अपने आप में इसे आत्मसात कैसे कर सकते हैं। इन महाकाव्यों से पढ़ी गई अच्छी बातों को अपने जीवन में लागू करें। अपने जीवन के बारे में सोचें कि आप इसे कैसे सुधार सकते हैं। देखिए, पिछले युगों में कई महान संत और महान आत्माएं हुई हैं। महाकाव्यों को पढ़ना अच्छा है, और आपको इन महान हस्तियों से सीखना चाहिए।

एक ही समय पर। हमें वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इस बारे में बात करनी चाहिए कि अब क्या हो रहा है। अभी आपके मन की स्थिति क्या है? क्या आप खुश हैं? क्या आप कुछ सेवा परियोजनाओं को अपनाना चाहते हैं और दूसरों की सेवा करना चाहते हैं? इन पंक्तियों पर विचार करें और चर्चा करें।


वीडियो देखें :


सोशल मीडिया पर गुरुदेव श्री श्री रविशंकर का अनुसरण करें:

Instagram : https://www.instagram.com/srisriravishankar
YouTube : https://www.youtube.com/SriSri
Twitter : http://twitter.com/SriSri
Facebook : http://facebook.com/SriSriRaviShankar
Website : http://srisri.org/
Blog : http://wisdom.srisriravishankar.org/
LinkedIn : https://in.linkedin.com/in/srisriravishankar


टिप्पणियाँ

  1. Jayguruji may samjti hun saddhguruji may samjti hun pyar ensano se kre jo puri tarha mtlbhi hotenhay aur prem sirf or sirf Guruji se yaa to bhagvan se kre. Galti ho to maafi chahati hun 👣👣👣👣👣👏👏🙏👏🙏👏🙏🌻🌷🌸💐🌹🌿🌸🌷🌷🌻

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें