प्रश्न १३४: प्रिय गुरुदेव, आध्यात्मिकता का मार्ग इतना कठिन और समय-समय पर प्रयास करने वाला क्यों है? कभी-कभी मुझे लगता है कि जब मैं अज्ञानी था तो जीवन बहुत सरल था।

गुरुदेव श्री श्री रविशंकर:

अध्यात्म कठिन है? (गुरुदेव मुस्कुराते हुए) ऐसा कौन कहता है? अगर यह मुश्किल है, तो आप कैसे मुस्कुरा सकते हैं? 

पहले असंवेदनशील थे, अब संवेदनशील हो गए हैं, बस! जब आप मोटी चमड़ी वाले हों, तो कुछ भी मायने नहीं रखता। आपको कुछ भी महसूस नहीं होता है। आप बस अपने जीवन को जारी रखते है। लेकिन जब तुम संवेदनशील हो जाते हो; जब कपड़ा शुद्ध और सफेद हो जाता है, तो एक छोटा सा दाग या बिंदी भी बड़ी दिखाई देती है, बस यह बात है।

अध्यात्म तुम्हें बिल्कुल भी दुख देने वाला नहीं है। कहा जाता है, 'हेयं दुखं अनागतम्'। अभी आने वाले दुखों को रोकना; यह योग का सिद्धांत, योग का लक्ष्य और योग का उद्देश्य है।

गुरुदेव के इन सुंदर लेखों को उनके आधिकारिक ब्लॉग पर भी पढ़ें: 

How can spirituality help with depression?: CLICK HERE TO READ

Watch Now:

सोशल मीडिया पर गुरुदेव श्री श्री रविशंकर का अनुसरण करें:

Instagram : https://www.instagram.com/srisriravishankar 

YouTube : https://www.youtube.com/SriSri 


Twitter : http://twitter.com/SriSri 


Facebook : http://facebook.com/SriSriRaviShankar 


Website : http://srisri.org/ 


Blog : http://wisdom.srisriravishankar.org/ 


LinkedIn : https://in.linkedin.com/in/srisriravishankar 

टिप्पणियाँ