प्रश्न १८८: गुरुदेव, यह कितना महत्वपूर्ण है कि हम पृथ्वी के लिए कार्य करें? हम क्या कर सकते हैं और हम कैसे टिके रह सकते हैं?

गुरुदेव श्री श्री रविशंकर:
हमें जागने और देखने की जरूरत है कि पृथ्वी ग्रह हमारा घर है और जब आप ऊपर की तरफ जाते हैं, तो आपको सीमाएं नहीं दिखतीं। सीमाएँ हमारी समझ में हैं, हमारा भ्रम हैं। वास्तव में कोई सीमा नहीं है। आकाश कोई सीमा नहीं जानता, बादल कोई सीमा नहीं जानता, और हवा भी कोई सीमा नहीं जानती। इस पृथ्वी के तत्वों की कोई सीमा नहीं है।
पृथ्वी ग्रह सभी के लिए एक घर है। हम सब एक परिवार हैं। इसलिए हमें व्यापक नजरिए से सोचने की जरूरत है। सही दृष्टिकोण कौन सा है? सारा ग्रह हमारा है। हम अपने परमाणु कचरे को किसी और जगह नहीं फेंक सकते। किसी भी कचरे को पृथ्वी में कहीं भी डंप करने का प्रभाव फिर से हमारे पास आएगा! हम किसी एक जगह को अलग-थलग करके साफ और शुद्ध नहीं रख सकते। यह संभव नहीं है क्योंकि हवा ले जाएगी!
हमें पूरे ग्रह की देखभाल करनी है। हमें पूरे ग्रह को जैविक बनाना है। हमने इस ग्रह पर कई तरह के वायरस बनाए हैं। क्योंकि हम प्रकृति के साथ खिलवाड़ करते हैं। हमने इस ग्रह पर कई प्रजातियों को नष्ट कर दिया है क्योंकि हमने इसकी अच्छी देखभाल नहीं की है, और हमारा खाद्य उत्पादन इतना कम हो गया है। कि आने वाली पीढ़ी पर यह बहुत भारी पड़ने वाला है, क्या आप यह जानते हैं!
मुझे लगता है कि ग्रह पर रहने वाले हर इंसान व हर व्यक्ति को ग्रह को प्रदूषित न करने की, अधिक पेड़ लगाकर सतत विकास जारी रखने की, हमारी झीलों को संरक्षित करने की, पानी को संरक्षित करने की जिम्मेदारी लेनी होगी। यह इतना महत्वपूर्ण है! पानी की कमी दुनिया में एक और बड़ा मुद्दा है। लाखों लोग भूखे मर रहे हैं!
इसलिए, हमें एक वैश्विक तस्वीर बनाने और पूरे ग्रह की देखभाल करने की आवश्यकता है। बेशक, हमें जो भी चाहिए, यह सबसे महत्वपूर्ण है! लेकिन साथ ही, हमें पूरे ग्रह और पूरी मानवता के एक परिवार होने के बारे में विचार करना चाहिए।
गुरुदेव के इन सुंदर लेखों को उनके आधिकारिक ब्लॉग पर भी पढ़ें:
When does life come onto this planet? At the time of conception or much before?: CLICK HERE TO READ
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